मूल डीह का स्वरूप

     तरवनी, तवकहां, तेजनिया, तरया |

     थोका, थानव्तपार |

     दसी, दहवली, दियछिया, दरदी, दिघवरिया, दिवठिया देवराज, दमदीठा,दिया, दिघवार, दवना मरुआ, दिया, दिघवार, दवा मरुआ, दिरिया, दियानाती, दिया ढकनी, देवधरिया, दरभंगी, दियाबरनी, दैवथान, देवलिया, दियाधरनी, दैवापुरन, देवहरिया, दीहा, देवराजपुर, दैवनी, दीढकाइच, देवघाती, दोन मउच, दुरकोटा, देवाबरना, दोतोपरसा, दूरघस्सी, देवबन्दा, दोहरी, देवो, देवघरिया, दोन, देवो, दीउल, देवटिया, दियावरनी |

     धनेर, धनोतर, धतरो, धनवाता, धरियापाल, धारक, धनवती, धनवतिया, धोनरिया, धरियापार, धनेज, धरहा, धतुरा, धरियापारधनौती, धोबाली, धनेसर धूराधीसया |

     नगेसर, नरायनबारा, ननडल, नरहसी, नरसरिया, नगथरिया, नरहबी, निधिभाव, नरसिध्द केसरिया, नरवली, नवउर, निगुरी, ननउरेवा, नवल, निनियान, निरस घियाव, नाब, नोनियार, नीतैया, नोनउर, नखनउआ, नेवार, नौछरिया, नौबत पुर, नेबरया, नोखनी, नैनगंज, नवलधिया |

     पचोतर, परसाकोनी, पियारा, पतोतर, पकड़िया, पियरिया, पकडीहा, पतियापाथर, पिरोजपुर, पनवाकर, पचखोरा, पित्तइया, परवतिया, पटुलिया, पिरपहती, पनहुरिया, पतार, पुनपुन, पग हनिया, पतनी, पथपाकर, पकरी, पथरा, पाराशाहर, पचोतरिया परनिया, पानपाकर, परसिया, पतरिया, पंचवाकर, पचवार, पानीपत, पेंथ के पाकर पतवाल, पानसुखा, पुरे उनचास, पतार, पन्तुरिया |

     फरसिटार, फुलपाकर, फुलसिसवा, फुलकटोरी, फुलसेमर, फुलवारी, फरसाकोनी,

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