श्री काली प्रसाद कान्दू
Posted By: एडवोकेट केशव बिगुलर
On: 31-03-2017
Category: महत्वपूर्ण व्यक्ति
Tags: फ़ैजाबाद
श्री काली प्रसाद कान्दू 88 वर्ष की आयु में भी कान्दू वैश्य समाज के विकास के लिए सतत प्रयत्नशील रहे , इनके
सामाजिक कार्यों के लिए ही इन्हें कान्दू समाज में पितामह की उपाधि से विभूषित किया गया है , इनके नाम से परिचय की
आज आवश्यकता नहीं है फिर भी इनके कृत्यों अनुभवों एवं जीवन वृत्त पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डालना अप्रासंगिक नहीं होगा |
श्री काली प्रसाद कान्दू आत्मज स्व० भगवान दीन कान्दू का जन्म 1923 शिक्षा मैट्रिक , आर्मी में सेनिटरी इंस्पेक्टर एवं
मलेरिया इंस्पेक्टर डिप्लोमा तथा सेना में कार्यरत रहते हुए लेह, लद्दाख, जम्मू - कश्मीर आदि दुर्गम स्थलों पर कार्य किया |
संयुक्त राष्ट्र की शान्ति सेना में शामिल होकर कांग्रो अफ्रीका में कार्य किया | सेना के विभिन्न मेडल प्राप्त कर नायब सूबेदार पद
से सेवा निवृत्त हुए | सेना निवृत्ति के उपरांत सामाजिक कार्यों में संलगन हुए |
1-- ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन , फैजाबाद के कोषाध्यक्ष एवं सर्वाधिक पिछड़ा वर्ग संघ के जिला अध्यक्ष रहे |
2 -- मध्यदेशीय कांदु वैश्य सभा के जिला अध्यक्ष , प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मंत्री रहे |
3 -- केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार एवं पिछड़ा वर्ग आयोग में कान्दू जाति को अनन्य पिछड़ा वर्ग की मान्यता दिलाकर
शासनादेश करने का श्रेय भी काली प्रसाद को प्राप्त है |
4 -- सम्प्रति आप मंडल आयोग के सदस्य श्री एल० आर० नायक, पूर्व संसद द्वारा संस्तुत अति पिछड़ी जातियों की सूचि,
जिसमे कान्दू जाति क्रमांक 27 पर सम्मलित है , के आधार पर शासन स्तर से कान्दू जाति को अति पिछड़ी जातियों की सूचि
में सम्मिलित करने हेतु विशेष रूप से संघर्षरत रहे हैं | उल्लेखनीय है की पिछड़ी जातियों हेतु 27 प्रतिशत आरक्षित कोटे में से
15 प्रतिशत आरक्षित अति पिछड़ी जातियों के लिए अनुबंध है |
5 -- श्री काली प्रसाद जी के देख रेख में आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन परम पूज्य सन्त प्रवर श्री पल्टूदास जी का अखाड़ा
अयोध्या वर्ष 1997 से प्रतिवर्ष निरंतर किया जा रहा है | अब तक काफी संख्या में निर्धन युवक - युवतियों को इस आयोजन द्वारा
परिणय सूत्र में बंधा जा चुका है | इस हेतु पंजीकृत संस्था आदर्श संस्कार धर्मार्थ कल्याण समिति के आप संस्थापक अध्यक्ष भी है |
6 -- वर्ष 2009 राष्ट्रीय सम्मेलन गया में इन्हें इनके सराहनीय कार्यों हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया |