शारदेन्दु रामचन्द्र गुप्त
Posted By: Self
On: 06-03-2017
Category: महत्वपूर्ण व्यक्ति
Tags: वाराणसी
जन्म एवं जन्म स्थान :- 7 सितम्बर सन् 1945, काशी (वाराणसी ) उत्तर प्रदेश
शिक्षा-दीक्षा :- बी०एस-सी० (1965) वेद-पुराण,धर्म शास्त्र नीति और धार्मिक अध्ययन ग्रहण के साथ ही साथ अवधी,
ब्रज भाषा, भोजपुरी, हिन्दी साहित्य, भाषा विज्ञान, अंग्रजी, उर्दू, मराठी भाषा का स्वतन्त्र अध्ययन |
प्रसिद्धि :- बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न, अत्यन्त लोकप्रिय कवि, लेखक, नाटककार, गीतकार, उपन्यासकार, चित्रकार,
राजनैतिक व्यंग चित्रकार, पत्रकार, सिने पत्रकार, आलोचक, समीक्षक, संकलनकर्ता, प्रकाशक तथा सम्पादक |
व्यक्तित्व एवं कृतित्व :- शांतप्रिय सरल व्यक्तित्व के चिंताशील उदार, अथकपरिश्रमी हिन्दी साहित्य की सेवा में पूर्णरूपेण
वि़गत 40 वर्षों से तत्पर, मात्र लेखन ही जीविकोपार्जन, अपनी शैक्षणिक देशभक्ति धार्मिक रचनाओ
के लिए विख्यात, अहिन्दी भाषीय प्रान्त महाराष्ट्र में राष्ट्रभाषा हिन्दी के सतत प्रचार - प्रसार में 1966
से ही तल्लीन |
प्रकाशित रचनाएं :- 1962 से अब तक भारत में प्रकाशित लगभग सभी श्रेष्ठ पत्र - पत्रिकाओ में अनगिनत कविता, गीत, लोकगीत,
गजल, हास्य व्यंग, भजन, लघुकथा, बाल साहित्य, नाटक, चित्र, व्यंग चित्र प्रकाशित, बहुचर्चित एवं पुरस्कृत,
सन् 1985 से आकाशवाणी, विविध भारती से प्रसारित तथा दूरदर्शन केन्द्र से प्रदर्शित अबतक गद्द-पद्द कुल 30
पुस्तके प्रकाशित |
मंचीय ख्याति :- अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, आल इंडिया मुशायरों में, आकाशवाणी, दूरदर्शन, विविध भारती से अपने मधुर कन्ठ
से सस्वर रचना पाठ के लिए लोकप्रिय तथा अपनी राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम 'चन्दन के महकते गीत' से सम्पूर्ण भारत
में प्रसिद्ध, अपनी रचनाओ के लिए अनेकाने़क बार सम्मानित तथा पुरस्कृत |
विशेष उपलब्धि :- सन् 1969 भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डा० जाकिर हुसैन द्वारा राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में अपनी शैक्षणिक, देश
भक्ति, धार्मिक कविताओ के लिए हिन्दी दिवस पर हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ कवि के रूप में सम्मानित, सन् 1985 में लायन्स
क्लब द्वारा बम्बई में देश भक्ति काव्य पाठ के लिए गोल्ड शील्ड प्राप्त | सन् 1989 में अखिल भारतीय भाषा साहित्य
सम्मेलन भोपाल द्वारा 'साहित्य श्री' के मानक उपाधि से विभूषित |
सम्प्रति :- सन् 1966 बम्बई में प्रवास और साहित्यिक पुस्तक प्रकाशकों, स्तरीय पत्र-पत्रिकाओ, आकाशवाणी, दूरदर्शन, विविध